त्योहारों के मौसम में राजधानी में मिलावटी देसी घी बेचने वाले गिरोह का दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। नॉर्दर्न रेंज की टीम ने बुध विहार और विजय विहार इलाके में कार्रवाई कर 2651 लीटर नकली घी बरामद किया और एक अवैध घी बनाने वाली फैक्ट्री को सील कर दिया।
मौके से दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं — गोडाउन मालिक राकेश गर्ग और घी निर्माता मुकेश। पुलिस को सूचना मिली थी कि त्योहारों के सीजन में बढ़ती मांग का फायदा उठाते हुए ये गिरोह नकली घी बाजार में सप्लाई कर रहा है। जांच में पता चला कि दिल्ली और हरियाणा से जुड़ा यह नेटवर्क अमूल, मदर डेयरी, पतंजलि, आनंदा, मधुसूदन और मिल्क फूड जैसे नामों के पैकेट में नकली घी बेच रहा था।
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बुध विहार, मंजराम पार्क से 2241 लीटर नकली घी
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विजय विहार से 410 लीटर नकली घी
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी डल्डा (वनस्पति घी) और रिफाइंड ऑयल मिलाकर उसे असली घी जैसा दिखाते थे। इसके लिए खुशबू और केमिकल कलर मिलाया जाता था और फिर इसे बाजार में उच्च कीमत पर बेचा जाता था। एक लीटर नकली घी की लागत करीब 200 रुपये थी, जबकि थोक में इसे 350 रुपये प्रति लीटर में बेचा जा रहा था।
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राकेश गर्ग, उम्र 38 वर्ष, बुध विहार निवासी। पहले कंज्यूमर गुड्स के व्यापार में सक्रिय, पिछले दो साल से मिलावट के धंधे में शामिल।
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मुकेश, हरियाणा के जिला जींद का निवासी, निरक्षर। पिछले दो साल से दिल्ली-एनसीआर में नकली घी सप्लाई कर रहा था।
दोनों आरोपियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कार्रवाई के बाद मामले की जांच जारी रखी है।

