उद्योग जगत से प्राप्त उत्साहजनक प्रतिक्रिया को देखते हुए केंद्र सरकार ने टेक्सटाइल सेक्टर के लिए PLI (Production Linked Incentive) योजना में नए आवेदकों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी है।
सूचना मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, आवेदन पोर्टल अब 31 दिसंबर 2025 तक खुला रहेगा, जिससे इच्छुक निवेशकों को योजना में शामिल होने और लाभ लेने का एक और मौका मिलेगा।
इस निर्णय के पीछे अगस्त 2025 से शुरू हुई नवीनतम आवेदन प्रक्रिया में बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त होना है। इस दौर में Man-Made Fibre (MMF) एपरल, MMF फैब्रिक्स और तकनीकी टेक्सटाइल्स जैसे क्षेत्रों से काफी आवेदन आए हैं।
इच्छुक आवेदक अपनी प्रस्तावित परियोजनाओं को आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जमा कर सकते हैं।
बयान में कहा गया है कि आवेदन विंडो का पुनः खुलना सीधे तौर पर इस बात का संकेत है कि उद्योग के भीतर PLI योजना में निवेश के प्रति उत्साह बना हुआ है, जो घरेलू वस्त्र निर्माण में बाजार मांग और विश्वास को दर्शाता है।
PLI योजना को सितंबर 2021 में 10,683 करोड़ रुपये के बजट के साथ मंजूरी दी गई थी। इसका उद्देश्य MMF एपरल, MMF फैब्रिक्स और तकनीकी वस्त्रों का उत्पादन बढ़ाना है ताकि वस्त्र क्षेत्र को आकार, प्रतिस्पर्धा और वैश्विक बाजार में मजबूती मिल सके।
FY 2024–25 में MMF निर्यात लगभग 525 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो FY 2023–24 में 499 करोड़ रुपये था, जबकि तकनीकी वस्त्रों का निर्यात 200 करोड़ रुपये से बढ़कर 294 करोड़ रुपये हो गया।
केंद्र सरकार की विभिन्न PLI योजनाओं ने भारत को एक ऐसा देश बनने में मदद की है, जो पहले आयात पर निर्भर था, अब वैश्विक विनिर्माण में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन चुका है। इन योजनाओं के तहत अब तक 1.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश आ चुका है।
PLI योजनाओं से उत्पादन, निर्यात और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर PLI योजना प्रतिभागियों की बिक्री 16.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है, जिससे टेक्सटाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोबाइल जैसे प्रमुख क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है।

