छत्तीसगढ़ में जल्दी नगरी निकाय के चुनाव होने वाले हैं और कांग्रेस में भी नए पाधिकारियों की नियुक्ति की बात की जा रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक मोहन भागवत का भी आगमन हुआ हैं।
सारी चीजों को देखते हुए राजनीति एक अलग ही दिशा की ओर बढ़ रही है। इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू का बयान सामने आया है,
जिसमें उन्होंने कहा है की नगरी निकाय के चुनाव चाहे जल्दी हो या देर में नए पदअधिकारी भी वही काम करेंगे और पुराने पदाधिकारी भी वही काम करेंगे, जिस तरह से सरकार आरक्षण की प्रक्रिया में देर कर रही है, इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार संभावित हार डरी हुई है।
वहीं आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के आगमन को लेकर उन्होंने कहा है कि आरएसएस भले कहे कि वह सामाजिक संगठन है, लेकिन केंद्र में चाहे भाजपा की सरकार हो या राज्य में भाजपा की सरकार हो उनकी नीतियां rss के इशारों पर ही बनती है।
साथ ही धर्मांतरण के मुद्दे पर धनेंद्र साहू ने कहा कि पिछले 10 सालों से अधिक से भाजपा की सरकार केंद्र में है ,लेकिन ये केवल धर्मांतरण की बात कर रहे हैं, उसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।

