
कौशाम्बी। जिले में विकास कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल ने आज उदयन सभागार में नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। समीक्षा के दौरान डीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, पंडित दीनदयाल नगर विकास योजना, 15वां वित्त आयोग, नगरीय पेयजल, सीवरेज जल निकासी और वंदन योजना के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति जांची। नगर पंचायत दारा नगर-कड़ाधाम में सीवरेज और नगर सृजन योजना के कार्य अब तक शुरू न होने पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित ईओ को एक सप्ताह के भीतर काम शुरू कराने और लापरवाह ठेकेदार पर कार्रवाई के निर्देश दिए। सभी निकायों को निर्देशित किया गया कि निर्माण कार्य न केवल समय पर पूरे हों, बल्कि उनकी गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हो।बैठक में राजस्व वसूली की धीमी प्रगति पर भी चर्चा हुई। करारी, भरवारी और अझुवा निकायों में लक्ष्य के सापेक्ष वसूली कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए।
जनता की समस्याओं के लिए जारी होगा हेल्पलाइन नंबर साफ-सफाई और जन-शिकायतों के निस्तारण के लिए डीएम ने नई व्यवस्था लागू करने को कहा है प्रतिदिन कंट्रोल रूम के माध्यम से नगर निकायों की सफाई व्यवस्था की निगरानी की जाएगी। प्रत्येक निकाय एक समर्पित मोबाइल नंबर जारी करेगा, जिस पर आम नागरिक सफाई से जुड़ी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। शिकायतों का निस्तारण केवल कागजों पर नहीं, बल्कि धरातल पर गुणवत्तापूर्ण तरीके से होना चाहिए। “जनता की समस्याओं के निस्तारण में देरी अक्षम्य है। मेंटेनेंस के कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा करें और सुनिश्चित करें कि आमजन को मूलभूत सुविधाओं के लिए भटकना न पड़े।”डॉ. अमित पाल, जिलाधिकारी
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर, उप जिलाधिकारी योगेश कुमार, जिला विकास अधिकारी शैलेंद्र व्यास सहित सभी निकायों के अधिशासी अधिकारी एवं संबंधित विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे।

