राहुल गांधी से मिला उन्नाव रेप पीड़िता का परिवार

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नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उन्नाव रेप पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की। इस मुलाकात में उनके साथ महिला एक्टिविस्ट योगिता बयाना भी थी।

परिवार ने नेता प्रतिपक्ष से कुछ मांगे रखीं। परिवार ने पीड़िता के अपराधी, पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए एक उच्च स्तरीय कानूनी टीम की व्यवस्था करने में सहायता का अनुरोध किया। सेंगर को उसके जघन्य अपराधों के बावजूद आजीवन कारावास की सजा निलंबित कर दी गई है।

परिवार ने अपनी सुरक्षा और जान के खतरे को लेकर गंभीर चिंताओं का हवाला देते हुए कांग्रेस शासित राज्य में स्थानांतरित होने में सहायता का भी अनुरोध किया। पीड़िता के पति ने बेहतर आजीविका प्राप्त करने में सहायता का अनुरोध किया।

इस बैठक में सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। दोनों नेताओं ने परिवार को आश्वासन दिया कि वे उन्नाव पीड़िता और उसके प्रियजनों के लिए न्याय, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव प्रयास करेंगे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने द लेंस से कहा कि यह बैठक न्याय और जवाबदेही के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।

दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश क्या है?

दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उन्नाव बलात्कार मामले में सशर्त जमानत दे दी है। साथ ही उनकी आजीवन कारावास की सजा को अपील लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है।

जस्टिस सुब्रमणियम प्रसाद और जस्टिस हरीश वैद्यनाथन शंकर की बेंच ने सख्त शर्तों के साथ यह राहत दी। सेंगर को पीड़िता के निवास से कम से कम 5 किलोमीटर दूर रहना होगा और पूरी जमानत अवधि के दौरान दिल्ली में ही ठहरना होगा। उन्हें हर सोमवार को स्थानीय पुलिस स्टेशन में हाजिरी देनी होगी। अदालत ने साफ कहा कि किसी भी शर्त का उल्लंघन होने पर जमानत तुरंत रद्द कर दी जाएगी।

सेंगर को दिसंबर 2019 में उन्नाव में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

जमानत मिलने के बाद प्रदर्शन

जमानत मिलने के बाद पीड़िता, उनकी मां और महिला अधिकार कार्यकर्ता योगिता भायना ने दिल्ली के इंडिया गेट के पास शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। उनका मकसद दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ आवाज उठाना था, जिसमें सेंगर की उम्रकैद की सजा को निलंबित कर जमानत दी गई है।

प्रदर्शन के दौरान पीड़िता की मां ने कहा कि अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए उन्होंने कई सालों तक संघर्ष किया, लेकिन अब आरोपी को जमानत मिल जाने से उनका विश्वास एक बार फिर टूट गया है। हालांकि, यह प्रदर्शन ज्यादा समय तक नहीं चल सका। दिल्ली पुलिस ने पीड़िता, उनकी मां और योगिता भायना को प्रदर्शन स्थल से हटा दिया।



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