झारखंड से लाया गया गैंगस्टर मयंक सिंह है या सुनील मीणा
24-Dec-2025 10:08 PM
अगली पेशी में रायपुर पुलिस को साबित करना होगा, 27 तक रिमांड पर
‘छत्तीसगढ़; संवाददाता
रायपुर, 24 दिसंबर। झारखंड से लाए गए गैंगस्टर मयंक सिंह को रायपुर पुलिस ने 4 दिन की रिमांड पर लिया है। हालांकि अभी उसे यह साबित करना होगा कि यही मयंक सिंह है।
बुधवार को कोर्ट में पेश मयंक को लेकर बचाव पक्ष के वकील दीपांकर बेनर्जी ने मीडिया से चर्चा में दावा किया कि पुलिस ने मयंक सिंह को नहीं सुनील कुमार मीणा को मयंक बता कर पेश किया है। इस पर पुलिस ने कहा है कि मयंक, सुनील मीणा जैसे कई नामों का इस्तेमाल करता रहा है। इसके बाद पुलिस को अब 27 दिसंबर की पेशी में इसे साबित करना होगा।
बहरहाल पुलिस अगले तीन दिन उससे तेलीबांधा स्थित पीआरए कंपनी शुटआउट और अन्य मामलों में पूछताछ करेगी। मयंक पर इस शुटआउट के लिए सुपारी देने का मामला दर्ज किया था।
इससे पहले मयंक को लेकर एटीएस झारखंड के 15 सशस्त्र जवान बुधवार को रायपुर पहुंचे। रायपुर तेलीबांधा पुलिस के प्रोडक्शन वारंट पर झारखंड पुलिस लेकर पहुंची है। उसे गंजथाना स्थित क्राइमब्रांच मुख्यालय लाया गया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने मयंक को रिमांड पर पुलिस को सौंपा ।
यहां बता दें कि मयंक, तेलीबांधा शूट आउट को लेकर वांटेड था। मयंक, अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गिरोह का अहम सदस्य है, और लॉरेंस-अमन साव गैंग के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता था। वह अब तक झारखंड जेल में बंद है।
जुलाई 2024 में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए के तेलीबांधा स्थित दफ्तर में हुए शूट आउट का अमन साव गैंग के लोगों ने किया था। इस मामले में रायपुर पुलिस ने दिल्ली, पंजाब, झारखंड आदि प्रदेशों से अमन साव गिरोह के 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से सभी रायपुर जेल में है। इन लोगों ने तेलीबांधा पीआरए कंपनी से 85 लाख की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने अमन साव को भी गिरफ्तार किया था। उसे रांची ले जाते समय झारखंड पुलिस के एटीएस एनकाउंटर में मार गिराया था।
मयंक सिंह को इंटरपोल की मदद से अजरबैजान में गिरफ्तार किया गया था। आज उसे रायपुर लाया गया था।

