
कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा परसोढ़ी कला, प्रभावित ग्रामीणों से की मुलाकात
10 ग्रामीण जेल भेजे गए, डेढ़ सौ ग्रामीणों पर मामला दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 4 दिसंबर। अमेरा खदान के भूमि अधिग्रहण और खनन कार्य को लेकर परसोढ़ी कला में बुधवार की रात पुलिस बल की मौजूदगी में एसईसीएल द्वारा सीमांकन और मिट्टी खुदाई की प्रक्रिया शुरू की गई। ग्रामीणों ने इस कार्रवाई का विरोध जताया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव के निर्देश पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल परसोढ़ी कला पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने ग्रामीणों से मुलाकात कर घटना संबंधी जानकारी ली और कहा कि वे कानूनी प्रक्रिया में ग्रामीणों का सहयोग करेंगे।
प्रतिनिधि मंडल ने सीमांकन स्थल पर मौजूद अधिकारियों से भी बातचीत की। अपर कलेक्टर सुनील नायक के साथ इस संबंध में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने ग्रामीणों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अपील की।
प्रतिनिधि मंडल में बालकृष्ण पाठक, पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता, विक्रमादित्य सिंहदेव, अमित सिंह देव, रणविजय सिंह देव, वीरेंद्र सिंह देव, इस्लाम खान और जिला व ब्लॉक के अन्य सदस्य शामिल थे।
जिला प्रशासन पर जल्दबाजी में कार्रवाई करने का आरोप
पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि प्रशासन ने बिना किसी अदालती आदेश या एसईसीएल के स्पष्ट निर्देश के यह कार्रवाई की। उनका कहना है कि कार्रवाई से पहले ग्रामीणों से चर्चा नहीं की गई।
महिला पुरुष समेत दस ग्रामीण जेल दाखिल
खनन कार्य के विरोध और पुलिस के साथ टकराव के बाद दस ग्रामीणों को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
गिरफ्तार ग्रामीणों में एक स्कूली छात्र भी शामिल है। इन पर बीएनएस की धारा 170, 126, 135(3) के तहत कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा लगभग 150 ग्रामीणों के खिलाफ बीएनएस की धारा 126, 191(2), 191(3), 190, 296, 221, 132, 121 और 109 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
घटना में शामिल न होने के बावजूद एफआईआर दर्ज- आरोप
महेंद्र राजवाड़े और सुनील राजवाड़े ने आरोप लगाया है कि घटना के दिन वे पुलिस अनुभागीय कार्यालय में बयान देने गए थे। उनका कहना है कि वे घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे, फिर भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

