Pharma Sector में शानदार तेजी देखने को मिली है, जानिए आखिर इस उछाल के पीछे क्या है वजह?
भारत को दुनिया का दवाखाना ( Pharma Sector ) कहा जाता है, क्योंकि यहां से दुनिया भर के मुल्कों को दवाओं का निर्यात किया जाता है I प्रोडक्शन लिंकड इंसेंटिव यानी पी.एल.आई स्कीम आने के बाद यहां से फार्मा एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी होने लगी है ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश का दवा और फार्मास्यूटिकल निर्यात 2023-24 में 9.6 फीसदी बढ़कर 27.9 अरब डॉलर हो गया है I
जबकि 20222 में देश का फार्मा एकस पोर्ट 3 फीसदी घट गया था और इस साल यह 25.4 अरब डॉलर रहा था, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते महीने यानी मार्च 2024 में फार्मा निर्यात 12.7 3 फीसदी बढ़कर 2.8 अरब डॉलर हो गया I
Pharma Sector दवा निर्यात के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, यूनाइटेड किंगडम , दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील भारत के टॉप 5 बाजार है भारत के कुल फार्मा निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 30 फीसदी से ज्यादा है I
इसके बाद 3 फीसदी के साथ यूके और नीदरलैंड का नंबर आता है , जानकारों के मुताबिक अमेरिका जैसे देशों में बढ़ते मौकों और मांग में इजाफे निर्यात को हर महीने तेजी दर्ज करने में मदद मिल रही है, जैसे कि भारत की फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री वॉल्यूम के हिसाब से थर्ड लार्जेस्ट इंडस्ट्री है वर्ल्ड में 60 से ज्यादा थेरेपी कैटेगरी में हम 60,000 जेनरिक ड्रग्स का निर्माण कर रहे हैं I
पीएलआई स्कीम के रोल आउट से एक तो डोमेस्टिक प्रोडक्शन बढ़ा ही है और साथ की साथ मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी के बढ़ने के साथ हाई वैल्यू प्रोडक्ट्स ग्लोबल चेन में शामिल हुए हैं I 2023-24 भारत के दवा निर्यात के लिए काफी खास रहा है क्योंकि बीते साल भारत ने कई नए देशों को फार्मा निर्यात किया है I
नए बाजारों में शामिल है मोंटने ग्रो, दक्षिण सूडान, चाड कोमोरोस, ब्रुनेई लातविया, आयरलैंड, स्वीडन थी और इथियोपिया माना जा रहा है कि अब भारत के फार्मा सेक्टर को अगले कई साल तक तेज रफ्तार से दौड़ने का मौका मिल सकता है I जिसकी वजह से भारत का फार्मास्यूटिकल कारोबार 2030 तक 130 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकता है, 2022 में भारत का फार्मा कारोबार 50 अरब डॉलर का था I
Read More Article : Mukesh Ambani ने की Netflix, Amazon की छुट्टी, मात्र 1 रुपए में Jio Cinema Plan
Pharma Sector इसकी वजह बाजार में विस्तार के लिए मिलते नए मौके और विदेशी बाजारों में बढ़ती मांग है, फिलहाल भारत हर महीने औसतन 2 3 अरब डॉलर के फार्मा उत्पादों का निर्यात करता है I
आइए अब जान लेते हैं कि आखिर भारत के फार्मेस उद्योग की दुनिया में क्या हैसियत है आंकड़ों के मुताबिक मात्रा के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा और मूल्य के हिसाब से 13 वां सबसे बड़ा इंडस्ट्री है और यह 60 मेडिकल सेगमेंट्स में 60,000 से ज्यादा जेनरिक दवाओं का उत्पादन करता है I
इसकी ताकत को और बढ़ाने के लिए सरकार ने प्रमुख दवा सामग्री और जनरिक दवाओं की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए दो उत्पादन लिंट प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं I