केंद्री नया रायपुर में 9 प्लेटफार्म का नया कोचिंग टर्मिनल बनेगा

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रायपुर, 27 दिसंबर। इंटरसिटी व लंबी दूरी की यात्रा की तेज़ी से बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले 5 वर्षों में प्रमुख शहरों की ट्रेन प्रारंभ करने की क्षमता  को  उन्नत किया जा रहा है।इसके साथ ही सभी ज़ोनल रेलवे को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने मंडलों में न केवल टर्मिनलों की क्षमता बढ़ाएँ, बल्कि यार्ड, स्टेशन और सेक्शनों में परिचालनिक बाधाओं को दूर कर ट्रेन संचालन क्षमता को व्यापक रूप से बढ़ाएँ।

इसी कड़ी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत चयनित प्रमुख शहर — रायपुर

को प्रमुख केंद्र के रूप में शामिल किया गया है। यहाँ रेलवे अवसंरचना, कोचिंग सुविधाएँ एवं यात्री सुविधाओं को उन्नत करने हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।

रायपुर स्टेशन — कोचिंग संचालन एवं क्षमता आवश्यकता

रायपुर में प्रतिदिन कुल 122 कोचिंग ट्रेनें संचालित होती हैं (76 मेल/एक्सप्रेस + 46 पैसेंजर ट्रेनें)

स्टेशन पर 07 प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं ।

14 ट्रेनों की शुरुआत दुर्ग के माध्यम से होती है ।

केंद्री (नया रायपुर) — प्रस्तावित वैकल्पिक कोचिंग टर्मिनल

ट्रेन परिचालन को सुगम बनाने एवं नई सेवाओं की शुरुआत के लिए केंद्री (नया रायपुर) में एक वैकल्पिक कोचिंग टर्मिनल का विकास प्रस्तावित है ।

यह टर्मिनल भविष्य की कोचिंग आवश्यकताओं को पूरा करेगा, जिसमें शामिल हैं :—09 प्लेटफॉर्म (1 होम प्लेटफॉर्म व 4 आइलैंड प्लेटफॉर्म सहित)

* 05 पिट लाइनें, 05 स्टेबलिंग लाइनें

* 04  इंटरमीडिएट ओवरहॉलिंग लाइनें, 04 मेकेनिकल लाइनें, 03 शंटिंग नेक

इससे रायपुर की कोचिंग क्षमता तथा नई ट्रेन परिचालन संभावनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

बिलासपुर–नागपुर रेलखंड (रायपुर क्षेत्र सहित) में क्षमता वृद्धि कार्य

चौथी रेल लाइन का कार्य प्रगति पर, जिससे लाइन क्षमता बढ़ेगी एवं ट्रेन परिचालन और तेज, सुरक्षित व विश्वसनीय होगा ।

ऑटोमैटिक सिग्नलिंग का कार्य जारी, जिससे संरक्षा, समयबद्धता और परिचालन क्षमता में उल्लेखनीय सुधार होगा ।

खरसिया–परमालकसा के मध्य डबल लाइन निर्माण किया जा रहा है, जो नया रायपुर से आगे बढ़ते हुए खंड की क्षमता वृद्धि को और मज़बूत करेगा तथा बेहतर कनेक्टिविटी व तेज यातायात सुनिश्चित करेगा ।

वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो — दुर्ग

उच्च गति वंदे भारत ट्रेनों के संचालन एवं रखरखाव को सुदृढ़ करने हेतु दुर्ग में ₹50 करोड़ की लागत से वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो प्रस्तावित है। इससे उच्च गति ट्रेन सेवाओं का विस्तार होगा तथा रखरखाव दक्षता में सुधार आएगा।

रायपुर स्टेशन पुनर्विकास

रायपुर स्टेशन को ₹456 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जा रहा है। पुनर्विकास के अंतर्गत, 

यात्री सुविधाओं का समग्र उन्नयन

बेहतर सर्कुलेशन क्षेत्र एवं टर्मिनल संरचना, सौंदर्यीकरण एवं आधुनिक डिज़ाइन, उन्नत पहुंच सुविधा व यात्री प्रवाह प्रबंधन । इससे रायपुर विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित होगा तथा ट्रेन संचालन क्षमता में भी वृद्धि होगी।



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