मीडिया टाइकून जिम्मी लाई पर जिनपिंग सरकार गिराने का आरोप साबित, लोकतंत्र समर्थकों ने बताया क्रूर न्यायिक तमाशा

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नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली

हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता और मीडिया टाइकून जिम्मी लाई को शहर के विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत का दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ सुनाए गए फैसलों और बेड़ियों में घुमाए जाने को लेकर दुनिया भर की मीडिया में पुरजोर प्रतिक्रिया हुई है।

78 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक जिम्मी जो दिसंबर 2020 से जेल में है, ने खुद को निर्दोष बताया है। उसे आजीवन कारावास की सजा हो सकती है और अगले साल की शुरुआत में उसे सजा सुनाए जाने की उम्मीद है।अदालत ने पाया कि लाई ने अपने अब बंद हो चुके अखबार एप्पल डेली का इस्तेमाल हांगकांग और चीन पर प्रतिबंध लगाने के लिए किया था ।

हांगकांग के सीईओ ने किया स्वागत

हांगकांग के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि लाई के कार्यों ने देश के हितों और हांगकांगवासियों के कल्याण को नुकसान पहुंचाया है। वहीं मानवाधिकार समूहों, पत्रकारों और तमाम लोकतंत्र समर्थक यूरोपीय देशों ने इसे एक क्रूर न्यायिक तमाशा बताया है।

जज ने कहा चीन की सरकार गिराने की साजिश

लाई के खिलाफ फैसले में जज ने चीनी सरकार का जिक्र करते हुए कहा, कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि लाई ने अपनी जवानी के कई सालों तक पीपुल रिवालिक ऑफ चाइना के प्रति अपनी नाराजगी और नफरत को बरकरार रखा था। वह हांगकांग के लोगों की मदद करने के बहाने चीन की सरकार को गिराने में मदद के लिए वह बार बार अमेरिका के न्योते पर जाते थे। यह ऐसा ही है जैसे कोई अमेरिकी नागरिक कैलिफोर्निया राज्य की मदद करने की आड़ में अमेरिकी सरकार को गिराने के लिए रूस से मदद मांगता है।

हांगकांग में एक देश दो सिस्टम

बता दें कि हांगकांग चीन का एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है, जो एक देश, दो सिस्टम के सिद्धांत पर आधारित है. इस व्यवस्था के तहत, यह मुख्यभूमि चीन का हिस्सा होने के बावजूद, 1997 में ब्रिटेन से हस्तांतरण के बाद से अपनी अलग कानून प्रणाली, अर्थव्यवस्था, मुद्रा और उच्च स्तर की स्वायत्तता (रक्षा और विदेश नीति को छोड़कर) बनाए रखता है। लेकिन हाल के सालों में यहां बीजिंग का प्रभाव बढ़ा है। हांगकांग की स्वायत्तता और लोकतंत्र को कमजोर किया गया है।



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