जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फतेहपुर में हुआ ‘संवर्धन’ प्रशिक्षण कार्यक्रम में कौशाम्बी के पीएलवी हुए सम्मानित

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कौशाम्बी। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार, सोमवार, 8 दिसंबर 2025 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फतेहपुर के तत्वावधान में पांच जनपदों के पराविधिक स्वयंसेवकों के लिए एक महत्वपूर्ण ‘संवर्धन’ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी और प्रतापगढ़ ने भाग लिया। कौशाम्बी से ममता दिवाकर और अमरदीप दिवाकर को जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फतेहपुर, सुधीर कुमार पंचम जी के कर-कमलों द्वारा सर्वश्रेष्ठ पराविधिक स्वयं सेवक मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।सरदार वल्लभ भाई पटेल सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत दीप प्रज्वलन और अतिथियों के स्वागत से हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष, फतेहपुर, सुधीर कुमार पंचम के प्रेरणादायक उद्बोधन से हुआ।पूरे दिन चले इस प्रशिक्षण में चार तकनीकी सत्रों में विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने PLVs को गहन जानकारी प्रदान की।
 * केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा संचालित योजनाएं।
 * आशा, साथी, जागृति, कारा जैसे महत्वपूर्ण विषय।
 * कानूनी अधिनियम: पॉक्सो अधिनियम, पॉश एक्ट, बाल श्रम, बाल विवाह निषेध अधिनियम, और किशोर न्याय अधिनियम।
 * सखी वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली।
प्रशिक्षण देने वालों में DLSA कौशाम्बी, DLSA फतेहपुर, DLSA बांदा के सचिवगण, जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी फतेहपुर, किशोर न्याय बोर्ड तथा बाल कल्याण समिति कौशाम्बी और फतेहपुर के सदस्य, और सखी वन स्टॉप सेंटर से मनोवैज्ञानिक मोहिनी साहू आदि शामिल थे।अंतिम सत्र में, राम प्रकाश पाण्डेय, सुमन शुक्ला, अमरदीप दिवाकर सहित सर्वश्रेष्ठ PLVs ने PLVs द्वारा किए गए कार्यों के दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला। समापन सत्र में कौशाम्बी, फतेहपुर और बांदा के सचिवों ने प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं और प्रश्नों का समाधान किया।जनपद न्यायाधीश महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि “प्रशिक्षण एक ऐसा निवेश है जो विभाग के कार्यबल को सशक्त बनाता है और संगठन को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करता है।” उन्होंने जोर दिया कि प्रभावी प्रशिक्षण PLVs को अधिक कुशल और समर्थित कार्यबल के रूप में संगठनात्मक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सक्षम बनाएगा।इस ‘संवर्धन’ कार्यक्रम में उपरोक्त जनपदों से सैकड़ों PLVs, विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे, जिससे उन्होंने अपने ज्ञान और कौशल में अभिवृद्धि की।



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