एन एस एस शिविर के अंतर्गत लगा स्वास्थ्य शिविर 114 ग्रामीणों को मिला स्वास्थ्य लाभ

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  • मटंग स्कुल में एन एस एस शिविर के तीसरे दिन हुए विविध कार्यक्रम 

पाटन।  चन्दूलाल चन्द्राकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पाटन द्वारा ग्राम मटंग में राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा  सात दिवसीय विशेष शिविर के आयोजन के तीसरे दिन कार्यक्रम की शुरुवात प्रातः पाँच बजे प्रभातफेरी से हुई। प्रभातफेरी के तत्पश्चात योग, प्राणायाम एवं शारीरिक व्यायाम, एवं प्रेरक वचनों के माध्यम से स्वयं-सेवकों को स्वास्थ्य के जागरकता प्रदान किए।  तत्पश्चात परियोजना कार्य 8.30 बजे प्रारंभ किया गया। परियोजना कार्य के प्रथम चरण में स्वच्छता ही सेवा है, संस्कार स्वच्छता, स्वभाव स्वच्छता थीम पर आधारित इस कार्यक्रम का आरंभ प्राथमिक शाला परिसर -सफाई से हुआ। गार्डन, मुख्य द्वारा,  प्राथमिक शाला प्रागंण, सार्वजनिक मंच एवं शाला मुख्यद्वार की साफ सफाई ,सेलूद रोड में ग्रामीण सड़के के किनारे, सतनामी पारा में गली, नालियों एवं जैतखाम , गाडाडीह मुख्य रोड के किनारे सफाई कार्य को पूर्ण किया। सफाई अभियान के पश्चात परियोजना कार्यक्रम के दूसरे चरण मे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटन के  उप स्वास्थ्य केन्द्र गाड़ाडीह  के संयुक्त सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का भी आयोजन विया गया जिसमें कुल 114 नागरिकों , विद्याथियों व स्वयं सेवको का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा निशुल्क दवाई का वितरण किया गया ।

 बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. बी. एम. कठौतिया (खण्ड चिकित्सा अधिकारी) एवं श्रीमती सावित्री अग्रवाल (RHO), श्री मिथलेश साहू (R-HO), श्री अंटेश्वर साहू (RHO) श्रीদনী अंजू निशा शर्मा (R.H.O.), श्रीमती मौसमी गौरे (RHO) श्री नील कमल साहू (RHO) एवं श्री उत्तम मधुकर (सुपरवाइजर) श्रीमती चित्ररेखा देवांगन (L.H.V.) एवं आँख रोग विशेषरा डॉ. एम आर शेख विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सामुदायिक स्वास्थ्य पान केन्द्र व उपस्वास्थ्य केन्ड गाड़ाडीह से पधारे सावित्री अग्रवाल ने महिला संबंधी रोग के बारे  को जानकारी दी। उन्होने अपने उद्‌बोधन में महिलो के मासिक धर्म के अनियमितता, स्तन संबंधी जानकारी, स्त्रीगुप्त रोग मुंह के बले, केन्सर एवं मानसिक स्वास्थ्य के विषय पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होने मानसिक रोगियों के लक्षण, परिणाम । समाधान को अच्छे से समझाया। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों का सेवन, आत्महत्या, गलत आचरण, नींद न आना चिडचिडापन गुस्सा  होना, ठीक से खाना न खाना मत न लगना जैसे लक्षण मानसिक रोगी के लक्षण है। उन्होंने मानसिक रोगों के निवारण के लिए भरपूर नींद लेने अच्छा भोजन करना, सामाजिक रहने दोस्तो के बातें करना नशा न करना जैसे साधन उन्होंने बताया । विशिष्ट अतिथि उत्तम मधुकर (सुपरवाइजर) के आज के स्वास्थ्य शिविर के संदर्भ में विस्तार जानकारी दी। श्रीमती देवांगन ने Aids रोग के कारण लक्षण एवं उपाय बताया वहीं श्रीमती अंजू निशा वर्मा (RHO) ने सिकलिम के कारण एवं उनसे होने वाले नुकसान से अवगत कराया । । प्रो. डी. के भारद्वाज ने बताया कि रक्त ही हमारा शरीर है” आगे कहा कि रक्त है-तो शरीर है रक्त नहीं रहेगा तो, शरीर नहीं रहेगा, संध्या को सांस्कृतिक कार्यकम चाक सुमित, दिपिका, खुशी कु० डिम्पल, सुजाता, मोमिन, कुमकुम ने समूह नृत्य प्रस्तुत किए



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