देशभर में चल रही वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के बीच चुनाव आयोग ने बूथ लेवल अफसरों (BLO) और BLO सुपरवाइजरों को बड़ा राहत देने वाला फैसला लिया है। आयोग ने शनिवार शाम प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि बीएलओ का मेहनताना 6000 रुपये से बढ़ाकर 12000 रुपये कर दिया गया है, जबकि पहले 12000 रुपये मिलने वाले सुपरवाइजर को अब 18000 रुपये मिलेंगे।


यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब SIR प्रक्रिया के दौरान कई राज्यों से बीएलओ की मौत और आत्महत्या की खबरें सामने आईं, जिनके परिजनों ने आरोप लगाया था कि लगातार बढ़ते काम के दबाव ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया।
इस मुद्दे को विपक्ष के नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव सहित कई नेताओं ने गंभीरता से उठाया था और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की थी। आलोचनाओं के बीच आयोग ने मेहनताना बढ़ाने का यह कदम उठाया है।
बीएलओ वही अधिकारी होते हैं जो घर-घर जाकर वोटर आईडी का सत्यापन, रिकॉर्ड अपडेट और बूथ से जुड़े सभी मतदाता कार्यों को संभालते हैं। अधिकतर BLO प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता होते हैं, जिन्हें पूरे बूथ की जिम्मेदारी निभानी होती है।



