
फतेहपुर : जिले से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां शादी से ठीक एक दिन पहले लेखपाल सुधीर कुमार कोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी. घटना के बाद परिवार में मातम पसर गया और खुशियों से भरा घर अचानक गम में बदल गया. परिजन अभी भी शव उठाने नहीं दे रहे हैं और कानूनगो पर दोष लगाते हुए एफआईआर की मांग पर अड़े हुए हैं. मृतक 25 वर्षीय सुधीर कुमार कोरी बिंदकी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात थे और इस समय उनकी ड्यूटी एसआईआर में जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में लगी थी. छह महीने पहले उनकी शादी तय हुई थी और बुधवार को उनकी बारात सीतापुर गांव जानी थी. घर में रिश्तेदारों के साथ शादी की तैयारियां पूरी थीं और सभी उत्साहित थे.
परिवार का आरोप है कि क्षेत्रीय कानूनगो लगातार काम का दबाव डाल रहे थे. मृतक की बहन अमृता उर्फ रोशनी के अनुसार, शादी के कारण छुट्टी मांगी गई थी लेकिन छुट्टी नहीं दी गई. कानूनगो ने कहा था कि एक दिन ड्यूटी पर न जाने पर निलंबन हो सकता है. अमृता ने बताया कि सुबह भी कानूनगो घर आए और सुधीर को कड़ी फटकार लगाई. इसके बाद सुधीर कमरे में गए और दरवाजा बंद कर लिया. कुछ देर बाद परिजनों ने खिड़की से झांककर देखा तो वह फांसी पर लटके मिले.
मौसेरे भाई कृष्णदत्त ने भी बताया कि सुबह कानूनगो घर आये और काम कराने का दबाव डाला. इसके बाद सुधीर ने खुद को कमरे में बंद कर लिया. जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने खिड़की से देखा और उन्हें लटका पाया. उनके मुंह से खून भी निकल रहा था. घटना की जानकारी मिलते ही राजस्व विभाग की टीम और जिला अधिकारी मौके पर पहुंचे. परिजन लगातार कानूनगो और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक मामला दर्ज नहीं होगा, वह शव नहीं उठने देंगे. फिलहाल पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद है और परिजनों को समझाने की कोशिश कर रहा है.

