
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार को टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया था कि राजभवन में हथियार बांटे जाते हैं। राज्यपाल ने आरोपों को आधारहीन बताया और चेतावनी दी कि अगर टीएमसी सांसद ने माफी नहीं मांगी तो वे कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि ‘जो आरोप लगाए गए हैं, उनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जब सत्ताधारी पार्टी के सांसद कहते हैं कि राजभवन में हथियार उपलब्ध हैं तो इसका मतलब ये है कि उनका अपने ही राज्य की पुलिस पर भरोसा नहीं है? क्या इसके पीछे कोई अंदरूनी राजनीति है?’ राज्यपाल ने कहा कि ‘राजभवन में हथियारों को ढूंढने की बात ऐसी है, जैसे कोई दृषि हीन व्यक्ति एक अंधेरे कमरे में काली बिल्ली को ढूंढ रहा हो, जो कि वहां है ही नहीं।’ राज्यपाल ने कहा कि राजभवन लोगों के लिए खुला है। उन्होंने कहा कि ‘सुबह 5 बजे से लेकर आम लोग, नागरिक समाज के लोग, मीडियाकर्मी राजभवन आकर देख सकते हैं कि क्या राजभवन में हथियार हैं या नहीं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने रविवार को कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के आरोप पर कानूनी राय मांगी है। उन्होंने टीएमसी सांसद के बयान की निंदा करते हुए शेक्सपियर की एक कविता का एक अंश पढ़ा कि यह एक मूर्ख द्वारा सुनाई गई कहानी है, जो शोर और रोष से भरी है, जिसका कोई मतलब नहीं है। राज्यपाल ने कहा कि ‘राजभवन के दरवाजे सुबह 5 बजे से खुले रखे गए हैं और वह बनर्जी के आने और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दो के सबूत इकट्ठा करने के लिए निरीक्षण करने का इंतजार कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर वह अपनी कही बात साबित करने में नाकाम रहते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही क्यों न शुरू की जाए? राजभवन ने एक बायन में बताया कि राज्यपाल इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष को भी पत्र लिख रहे हैं, क्योंकि टीएमसी सांसद ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस भाजपा के अपराधियों को राजभवन में बुला रहे हैं और उन्हें हथियार दे रहे हैं ताकि वे टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले कर सकें। उन्होंने कहा कि बंगाल के राज्यपाल को कह दें कि वे भाजपा के अपराधियों को राजभवन में बुलाना बंद करें। वह उन्हें वहां रख रहे हैं और उन्हें हथियार दे रहे हैं ताकि वे टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले कर सकें। जब तक ये राज्यपाल, राजभवन में हैं, तब तक बंगाल के साथ कुछ अच्छा नहीं हो सकता।

