पाटन। संविधान दिवस के अवसर पर शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला अखरा, पाटन में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के आदेशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के. विनोद कुजूर तथा सचिव उमेश कुमार भागवतकर के मार्गदर्शन में विधिक जागरूकता शिविर का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन माननीय व्यवहार न्यायालय पाटन की न्यायाधीश शीतल निकुंज के कुशल मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, शिक्षकगण एवं अधिकार मित्रों की सहभागिता में किया गया।
शिविर में उपस्थित ग्रामीणजन एवं गणमान्य नागरिकों को नेशनल लोक अदालत के माध्यम से राजीनामा योग्य प्रकरणों के आपसी समझौते से निराकरण की विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि नेशनल लोक अदालत में विवादों का समाधान आपसी सहमति से होने पर न केवल समय और धन की बचत होती है, बल्कि भाईचारा और सामाजिक सद्भाव भी बढ़ता है।
नेशनल लोक अदालत में निराकरण योग्य प्रकरण :
न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण
चेक बाउंस से संबंधित मामले
मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण
वैवाहिक एवं पारिवारिक विवाद
श्रम विवाद जैसे मजदूरी, मनरेगा एवं कार्यस्थल दुर्घटना दावा
भूमि अधिग्रहण संबंधित विवाद
बकाया किराया, बैंक वसूली, सिविल विवाद
बिजली एवं पानी बिल विवाद
आपदा प्रबंधन क्षतिपूर्ति संबंधी मामले
न्यायालय में लंबित न होने वाले विवाद भी प्रारंभिक स्तर पर लोक अदालत में सुलझाए जा सकते हैं
नेशनल लोक अदालत के प्रमुख लाभ :
अधिवक्ता शुल्क नहीं देना होता
कोर्ट-फीस नहीं लगती तथा सिविल मामलों में पूर्व जमा फीस वापस
किसी पक्ष को दंड नहीं
बातचीत एवं सुलह के माध्यम से त्वरित समाधान
मुआवजा/हर्जाना शीघ्र प्राप्त
निर्णय तुरंत एवं सहमति आधारित
सभी वर्गों के लिए सरल और सुलभ न्याय
साथ ही शिविर में नालसा की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की गई—
नालसा टोल फ्री नंबर 15100 का प्रचार
पेंशन एवं जनोपयोगी सेवाओं से वंचित नागरिकों को त्वरित विधिक सहायता
गरीबी उन्मूलन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 (हमर अंगना स्कीम)
बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986
नशा पीड़ितों के लिए विधिक सहायता एवं नशा उन्मूलन जानकारी
महिलाओं के अधिकारों से संबंधित जागरूकता
शिविर के अंत में उपस्थित नागरिकों ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की नियमितता की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम में अधिकार मित्र यशवंत कुमार एवं शैलेन्द्र कुमार की विशेष भूमिका रही।
“न्याय सबके लिए”

