रिसाली,,,शासकीय नवीन महाविद्यालय रिसाली के विद्यार्थियों को प्राचार्य डॉ. अनुपमा अस्थाना के मार्गदर्शन एवं वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक नूतन कुमार देवांगन के नेतृत्व में दिनांक 19 दिसंबर 2025 को माँ दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाना, करकाभाट (बालोद) का शैक्षणिक औद्योगिक भ्रमण कराया गया।

इस औद्योगिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने गन्ने से शक्कर निर्माण की पूरी वैज्ञानिक एवं औद्योगिक प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा और समझा।
चीनी मिल में सर्वप्रथम गन्ने की सफाई एवं तौल के पश्चात उसे क्रशिंग यूनिट में भेजा जाता है, जहाँ से रस निकाला जाता है। इसके बाद रस का शुद्धिकरण कर उसे उबालने की प्रक्रिया से गुजारा जाता है। सांद्र रस को क्रिस्टलीकरण द्वारा शक्कर के रूप में परिवर्तित किया जाता है। अंततः शक्कर को सुखाकर पैकिंग की जाती है। इस प्रक्रिया में प्राप्त होने वाले उप-उत्पाद जैसे शीरा (मोलासिस) एवं खोई (बैगास) के उपयोग—जैसे एथेनॉल उत्पादन, विद्युत उत्पादन एवं अन्य औद्योगिक प्रयोजनों—की जानकारी भी विद्यार्थियों को दी गई।इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने गन्ना उत्पादन हेतु नर्सरी तैयार करने की प्रक्रिया का भी गहन अध्ययन किया, जिससे कृषि एवं उद्योग के आपसी संबंध को समझने का अवसर मिला। इस अवसर पर सहकारी समिति के अनुभवी इंजीनियर द्वारा उत्पादन की संपूर्ण प्रक्रिया पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई, जो विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक रही।इस औद्योगिक भ्रमण में महाविद्यालय के 44 विद्यार्थी सम्मिलित हुए।
भ्रमण को सफल बनाने में महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री शंभू प्रसाद निर्मलकर, श्रीमती विनीता, श्रीमती रंजना कश्यप एवं डॉ. जयश्री लावत्रे का विशेष सहयोग रहा।यह औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए न केवल शैक्षणिक दृष्टि से उपयोगी सिद्ध हुआ, बल्कि उन्हें उद्योगों की कार्यप्रणाली, प्रबंधन एवं उत्पादन प्रक्रिया को समझने का व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान किया।

