
सहजनवा। इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, गीडा, गोरखपुर के डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम सभागार में “राष्ट्र निर्माण में आयकर का योगदान” विषय पर आयकर जन-जागरूकता कार्यक्रम का भव्य एवं सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों, विशेष रूप से प्रबंधन संकाय के छात्रों को आयकर की भूमिका, महत्व एवं भविष्य में उनकी सहभागिता के प्रति जागरूक करना रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, आयकर आयुक्त श्री ए. एन. मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि “आयकर से प्राप्त राजस्व देश के बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रक्षा एवं सामाजिक कल्याण योजनाओं की आधारशिला है। ईमानदारी से किया गया कर भुगतान सशक्त, आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाता है। उन्होंने प्रबंधन के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में कर प्रशासन, नीति निर्माण, कॉर्पोरेट अनुपालन, वित्तीय नियोजन एवं डिजिटल कर प्रणाली को सुदृढ़ बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, संयुक्त आयकर आयुक्त, गोरखपुर, रजत सेन ने कहा कि तकनीकी सुधारों और पारदर्शी प्रक्रियाओं के कारण कर अनुपालन पहले की तुलना में अधिक सरल एवं भरोसेमंद हुआ है। प्रबंधन शिक्षा प्राप्त युवा वर्ग कर व्यवस्था को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने में अहम योगदान दे सकता है।
उप आयकर आयुक्त, गोरखपुर वृत्त–एक, श्रीमती रविंदर कौर सैनी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आयकर केवल कानूनी बाध्यता नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। कर जागरूकता और अनुशासन से ही मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण संभव है।उन्होंने आयकर के इतिहास के बारे मे छात्रों को जानकारी दी |
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर संस्थान के सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल ने सभी सम्मानित अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंट कर गरिमामय स्वागत किया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. एन. के. सिंह ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम विद्यार्थियों में जिम्मेदार नागरिकता, नैतिक मूल्यों एवं राष्ट्र निर्माण की भावना को सुदृढ़ करते हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन सुनील कुमार सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, आयकर निरीक्षक चंदन कुमार रंजन, सुजीत बरनवाल, अंकुर पाटवा सहित संस्थान के वरिष्ठ प्राध्यापकगण डॉ. आर. एल. श्रीवास्तव, डॉ. ए. के. त्रिपाठी, डॉ. मनोज कुमार मिश्र,डॉ आशुतोष गुप्ता,डॉ. अलका श्रीवास्तव,शशि प्रकाश राय,शालिनी सिंह,अनिल कुमार मौर्या,प्रदीप कुमार चौधरी,मनीष चौधरी, प्रतिभा चौधरी, वर्तिका सिंह, शिव कुमार, वीरेद्र विक्रम सिंह,सहित संस्थान के सभी शिक्षकगण एवं छात्र -छात्राएं उपस्थित रहे।

