भारत को चाहिए ‘स्वदेशी न्याय व्यवस्था’

NFA@0298
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नई दिल्ली। Justice Surya Kant: भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत ने कहा है कि अब समय आ गया है कि भारतीय न्यायपालिका ब्रिटिश मॉडल की अदालतों से आगे बढ़कर अपनी स्वदेशी न्याय प्रणाली बनाए। उन्होंने कहा कि भारत की अदालतें आज भी कई मामलों में अंग्रेजों के समय वाले ढांचे पर चल रही हैं, जिसे भारतीय समाज के हिसाब से बदलना जरूरी है।

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सोमवार को वे देश के 53वें चीफ जस्टिस का पद संभालेंगे।

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जस्टिस सूर्यकांत के मुताबिक:

न्याय आम लोगों तक आसानी से पहुँचना चाहिए

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अदालतें डर या जटिल प्रक्रिया का केंद्र न हों

डिजिटल और तेज व्यवस्था लागू हो

सुलह और मध्यस्थता को बढ़ावा दिया जाए

जजों की नियुक्ति पारदर्शी हो

लंबित मामलों का तेजी से निपटारा हो

उन्होंने कहा कि न्याय ऐसा हो जिसे लोग महसूस कर सकें — सिर्फ कागज़ों पर न दिखे।

जस्टिस सूर्यकांत का यह विजन आने वाले समय में भारतीय न्यायपालिका में अहम बदलाव ला सकता है।



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