‘बस्तर पंडुम 2026’ 5 जनवरी-5 फरवरी तक

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डिप्टी सीएम शर्मा वन मंत्री शकश्यप एवं संस्कृति मंत्री अग्रवाल ने ली तैयारी बैठक

रायपुर, 30 नवंबर। छत्तीसगढ़ की समृद्ध आदिवासी संस्कृति को जीवंत बनाने के लिए ‘बस्तर पंडुम 2026′ के आयोजन के लिए शनिवार को उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा के  निवास पर उच्चस्तरीय बैठक हुई। इस सांस्कृतिक प्रतियोगिता का पहला चरण 05 से 15 जनवरी  तक जनपद स्तर पर होगा, दूसरा चरण 20 से 25 जनवरी तक जिला स्तर पर और अंतिम चरण 01 से 05 फरवरी  तक संभाग स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रत्येक चरण के विजेताओं को पुरस्कार राशि और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। संस्कृति मंत्री  राजेश अग्रवाल ने कहा कि  इसके लिए राज्य शासन के द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां तय समय सीमा में पूर्ण करनी होंगी।

05 जनवरी-05 फरवरी  तक होने वाले ‘बस्तर पंडुम 2026’ में 12 प्रमुख विधाओं में बस्तर के पारंपरिक नृत्य-गीत, रीति-रिवाज, जनजातीय नृत्य, वाद्ययंत्र, शिल्प, पारंपरिक व्यंजन, जनजातीय गीत, वेशभूषा, चित्रकला, आंचलिक साहित्य, जनजातीय नाट्य, जनजातीय आभूषण, पेय पदार्थ एवं वन-औषधी के प्रदर्शन पर आधारित प्रतियोगिताएं होंगी। ये प्रतियोगिताओं क्रमशः जनपद, जिला और संभाग स्तर पर आयोजित की जाएंगी। 

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने  जनजातीय बाहुल्य राज्यों के जनप्रतिनिधियों, केन्द्रीय मंत्री, विदेशी राजनयिकों, राजदूतों एवं बस्तर क्षेत्र के स्थानीय विषय विशेषज्ञ, पद्म विभूषित  गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बस्तर के समस्त समाज प्रमुख, सिरहा, मांझी, चालकी को भी आमंत्रित करने को कहा।

बस्तर पंडुम में संभाग के 07 जिलों के 1885 ग्राम पंचायत, 32 जनपद पंचायत, 08 नगर पालिका, 12 नगर पंचायत तथा 01 नगर निगम क्षेत्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस अवसर पर संस्कृति विभाग के सचिव  रोहित यादव, संचालक  विवेक आचार्य, बस्तर पंडुम के नोडल अधिकारी  युगल किशोर एवं मंत्री राजेश अग्रवाल के ओएसडी जितेंद्र सिंह उपस्थित रहे।



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