सुकमा। Sukma News : पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश लखमा कवासी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर नक्सली हिंसा में मारे गए शिक्षा दूतों के परिजनों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग की है।
कवासी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि सुकमा जिले के कई क्षेत्रों में वर्षों पहले संचालित शिक्षा दूत विद्यालय नक्सली घटनाओं के कारण बंद हो गए, जिससे शिक्षक और विद्यार्थी दोनों प्रभावित हुए। कई शिक्षक नक्सली हिंसा के शिकार भी बने। इन घटनाओं के बावजूद उनके परिवार आज भी शिक्षा से वंचित हैं।
उन्होंने मांग की है कि जिन विद्यालयों के शिक्षा दूतों की नक्सली हिंसा में मृत्यु हुई, उन संस्थानों का नाम “दिवंगत शिक्षा दूत” के नाम पर रखा जाए तथा उनके परिवारों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाए।
कवासी ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने नए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की है, जिसमें इन पीड़ित परिवारों को विशेष छूट और प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि इस विषय की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र जांच कर पीड़ित परिवारों को मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू की जाए। पत्र की प्रति सुकमा कलेक्टर को भी प्रेषित की गई है।

