दिल्ली के प्रदूषण से डरकर राहुल ने मां सोनिया को बाहर भेजने का किया था विचार

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नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि अब जनता भाजपा सरकार के बहाने नहीं, बल्कि साफ हवा चाहती है। उन्होंने पर्यावरणविद् विमलेंदु झा के साथ संवाद का एक वीडियो अपने ‘एक्स’ हैंडल पर साझा करते हुए केंद्र और दिल्ली सरकार पर निशाना साधा।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘साल दर साल दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है, लेकिन भाजपा सरकारें बस बहाने बदलती हैं। अब तो केंद्र और दिल्ली, दोनों जगह उनकी ही सरकार है। अब बहाने नहीं, जनता को साफ हवा चाहिए।’

राहुल गांधी ने इस बात का उल्लेख किया कि उन्होंने वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण कुछ दिनों के लिए अपनी मां और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिल्ली से बाहर भेजने पर विचार किया था।

इस बातचीत में विमलेंदु ने कहा कि किसानों की पराली से होने वाले प्रदूषण तो महज तीन सप्ताह चलता है और कुल प्रदूषण का 25फीसदी हिस्सा है लेकिन असली प्रदूषण निजी वाहनों से हो रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को खत्म करने का एकमात्र तरीका यातायात के सार्वजनिक साधनों को बढ़ाने से ही संभव होगा।

बता दें कि इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से हस्तक्षेप करने और ‘प्रदूषण युक्त धुंध’ को साफ करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया था।

प्रियंका ने कहा कि केरल के वायनाड और फिर बिहार के बछवाड़ा से दिल्ली लौटकर सांस लेना वास्तव में चौंकाने वाला अनुभव है।

प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘अब समय आ गया है कि हम सभी अपने राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठकर एकजुट हों और इसके खिलाफ कुछ ठोस कदम उठाएं। केंद्र और राज्य सरकारों को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। हम सब किसी भी ऐसे कदम का समर्थन और सहयोग करेंगे, जो इस भयावह स्थिति से निपटने में मददगार साबित हो।’

प्रियंका गांधी ने कहा कि दिल्लीवासी हर साल इस जहरीली हवा को झेलने पर मजबूर होते हैं और उनके पास कोई विकल्प नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘सांस से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त लोगों, स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों, सभी को तत्काल राहत की आवश्यकता है। हमें इस प्रदूषण से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।’

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