दिल्ली। Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए धमाके ने देशभर के छोटे-छोटे कस्बों और गांवों तक दर्द फैला दिया है। श्रावस्ती, मेरठ, शामली, देवरिया, अमरोहा और बिहार से आए मजदूर, ड्राइवर और कामगार इस हादसे का शिकार बने। रोज़मर्रा की जिंदगी में संघर्ष कर
श्रावस्ती के दिनेश मिश्रा का सपना टूटा
गणेशपुर गांव के 32 वर्षीय दिनेश मिश्रा दिल्ली के चावड़ी बाजार में प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे। तीन बच्चों और पत्नी का सहारा बने दिनेश हाल ही में दिवाली पर घर आए थे। पिता ने बताया कि “वो बच्चों की पढ़ाई का सपना देखता था, अब सब खत्म हो गया।”
मेरठ के मोहसिन की मौत के बाद परिवार में विवाद
मेरठ के मोहसिन ई-रिक्शा चलाकर घर चलाते थे। हादसे में मौत के बाद शव घर पहुंचते ही पत्नी सुल्ताना और परिवार में अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। पुलिस की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शामली के 18 वर्षीय नौमान की अधूरी ज़िंदगी
कॉस्मेटिक का सामान खरीदने दिल्ली आए नौमान अंसारी धमाके में मारे गए। उनके साथ मौजूद भाई अमन घायल हैं और दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भर्ती हैं। परिवार में मातम पसरा है।
देवरिया के शिवा जयसवाल की जान बची
22 वर्षीय शिवा जयसवाल दिवाली के लिए नया माल खरीदने दिल्ली आए थे। धमाके में घायल हुए और अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी मां ने कहा, “भगवान का शुक्र है बेटा बच गया।”
अमरोहा के अशोक व बिहार के पंकज की मौत
अमरोहा के डीटीसी कंडक्टर अशोक कुमार और बिहार के टैक्सी ड्राइवर पंकज साहनी की भी इस हादसे में मौत हो गई। पंकज की कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। परिवार सदमे में है।
NIA कर रही जांच, अब तक 10 की मौत
धमाके में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जांच एनआईए को सौंप दी गई है। मामला UAPA और विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली और आसपास के राज्यों में हाई अलर्ट जारी है।

