
तिरुवनंतपुरम, 27 दिसंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने शनिवार को रेल मंत्रालय द्वारा ‘विजन-2030’ के तहत घोषित 48 प्रमुख शहरों के बुनियादी ढांचे के उन्नयन की पहल में केरल की राजधानी को कथित तौर पर शामिल नहीं किए जाने की आलोचना की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजे गए एक पत्र में थरूर ने कहा कि उन्होंने भारत के शहरी रेल केंद्रों पर भीड़ कम करने के मंत्रालय के सक्रिय दृष्टिकोण का स्वागत किया, लेकिन वह इस बात से निराश हैं कि इस सूची से तिरुवनंतपुरम को ‘स्पष्ट रूप से नजरअंदाज’ किया गया है। थरूर ने बताया कि इस परियोजना की घोषणा ट्रेन की प्रारंभिक क्षमता को दोगुना करने पर विशेष ध्यान देने के साथ की गई थी।
सांसद ने कहा कि सूची से इस शहर को बाहर रखना केवल निराशा नहीं है, बल्कि दक्षिणी रेलवे नेटवर्क के तहत इस शहर की रणनीतिक और परिचालन संबंधी प्रमुखता को देखते हुए यह एक अहम प्रशासनिक चूक प्रतीत होती है।
पत्र में, उन्होंने तिरुवनंतपुरम के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि यह शहर तिरुवनंतपुरम रेलवे मंडल के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है, जो दक्षिणी रेलवे के छह महत्वपूर्ण प्रशासनिक स्तंभों में से एक है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस क्षमता-निर्माण कवायद से एक संभागीय मुख्यालय को बाहर करना चौंकाने वाला है।’’
उन्होंने कहा कि यह शहर उपमहाद्वीप के दक्षिणी छोर के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, जो एक महत्वपूर्ण पर्यटन गलियारे और एक उभरते आईटी केंद्र का आधार है।
उन्होंने कहा कि वह पड़ोसी शहर कोच्चि को सूची में देखकर प्रसन्न हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि सूची में राज्य की राजधानी का न होना एक विसंगति है, जिसे तत्काल सुधारने की आवश्यकता है।
थरूर ने कहा कि ‘‘मूल क्षमता को दोगुना करने’’ का तर्क वहीं सबसे अधिक लागू होता है, जहां प्रशासनिक ढांचा और संचालन की मांग पहले से मौजूद हो, जैसा कि तिरुवनंतपुरम में है।
सांसद ने कहा, ‘‘हमारे रेल बुनियादी ढांचे का विकास चुनिंदा आधार पर नहीं हो सकता है; यह क्षेत्र के प्रशासनिक कद और परिचालन वास्तविकता के अनुरूप होना चाहिए।’’
उन्होंने रेल मंत्री से तिरुवनंतपुरम को सूची में शामिल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।(भाषा)

