खबर हेमंत तिवारी,,,,,,,
छुरा,पाण्डुका/सावधान हो जाइए अगर आप जतमई-घटारानी मार्ग पर घूमने आते है तो इस तरह की आम जनता से लूटपाट प्रेमी जोड़े से मारपीट झुमा झटकी लूटपाट की घटना कोई नई बात नहीं है ।सालों से इस तरह की घटनाएं होती आ रही है।और लोकलाज की डर से या पुलिस और कानून की पचेड़ा में कोई फसना नहीं चाहता इस कारण यहां की अधिकतर ऐसी घटनाएं पुलिस थाना नहीं पहुंचता तो सब को लगता है ।कि जतमई घटारानी की क्षेत्र सुरक्षित है।पर हकीकत में ऐसा नहीं है।ये बाते यहां के आसपास रहने वाले लोग अच्छे से जानते है।और यही कारण है काफी लंबे अरसे से जतमई मंदिर में पुलिस चौकी की मांग करते आ रहे है।इसी तरह की घटना विगत दिनों घटी जिसमें लूट के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, बीते दिनों सात अज्ञात बदमाशों ने तीन युवकों की बाइक ओवरटेक कर रोकी, गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और उनके मोबाइल फोन तथा नकद राशि लूट ली। घटना के बाद युवकों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही की जिसमें, महासमुंद जिले के बिराजपाली निवासी तुलेश्वर सेन, अपने दो दोस्तों डिगेश्वर यादव और कलीराम यादव के साथ 18 नवंबर को जतमई-घटारानी घूमने आए थे। शाम करीब 4 बजे जब तीनों केडीआमा गांव स्थित तालाब से लगभग 100 मीटर आगे पहुंचे, तभी तीन मोटरसाइकिलों में सवार सात युवकों ने उन्हें ओवरटेक कर जबरन रोक लिया।बाइक रुकते ही दो बदमाश आगे आए और तुलेश्वर की बाइक की चाबी खींच ली। इसके बाद सभी सातों बदमाशों ने अश्लील गालियां देते हुए तीनों युवकों के साथ हाथापाई शुरू कर दी। मारपीट के दौरान आरोपियों ने युवकों की जेबों से तीन मोबाइल फोन और कुल 4400 रुपये नकद छीन लिए। घटना के बाद डर से तीनों युवक सीधे घर लौटे और 19 नवंबर को अपने घर पहुंचकर परिजनों की सलाह पर छुरा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।शिकायत मिलने पर पुलिस ने अज्ञात सातों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें सत्यम उर्फ गोलू साहू पिता नंदकुमार साहू (23 वर्ष) बरोंडा राजिम, हेमंत उर्फ हिरेश साहू पित रमेश साहू (23 वर्ष) बरोंडा राजिम, करण साहू पिता छबिराम साहू (23 वर्ष) छोटी करेली मगरलोड और टिकू उर्फ टिकेश्वर यादव पित भगवानी यादव (23 वर्ष) खम्हरियाडी देवरबीजा बेमेतरा शामिल है। जबकि एक नाबालिग समेत तीन आरोपी अभी फरार है। अगर ऐसी घटनाएं पर समय रहते पूर्ण लगाम नहीं लगी तो दर्शनार्थी जतमई , घटारानी दर्शन को आने को हिचकिचाएंगे । और ये बीते कुछ सालों से देखने को भी मिल रहा है।पहले की अपेक्षा अब दोनों मंदिरों में भीड़भाड़ कम हो गया है। अब इस दिव्य माता की जगह में मंदिर दर्शन की बजाय लोग अब पिकनिक स्पॉट का जायदा आनंद लेने लगे है। और मंदिरों के आसपास जंगलों में साफ सफाई की भारी कमी है।शराब की बोतले,पानी बाटल वा कोल्ड्रिंक्स शीशी चिप्स कुरकुरे पैकेट वा डिस्पोजल दोना पत्तल से जंगल में गंदगी से भरे पड़े है।

