छुरा विकासखंड के चार संकुल समन्वयक नप गए ,,पद से कार्यमुक्त,,सोशल मीडिया पर अनुचित टिप्पणी पड़ी भारी,,,,,

NFA@0298
3 Min Read


खबर हेमंत तिवारी,,,, ✍️✍️✍️

छुरा/शिक्षकों को गुरु मानते हुए समाज में भगवान से भी ऊपर दर्जा दिया गया है।पर आज के परिवेश में छुरा विकासखंड में शिक्षा का उल्टा गंगा बह रहा है।मूल कार्य के प्रति जरा भी गंभीर नहीं है।आज के ,मास्टर साहब , और इसका उदाहरण आज छुरा में देखने को मिला।हुए घटना क्रम में आज शिक्षा विभाग में अनुशासनहीनता को गंभीरता से लेते हुए गरियाबंद जिला प्रशासन ने छुरा विकासखंड के चार संकुल समन्वयकों को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया है। यह कार्रवाई एक शैक्षिक सोशल मीडिया समूह में शासन और प्रशासन के विरुद्ध अमर्यादित टिप्पणियाँ किए जाने पर की गई है। मामले की जानकारी मिलते ही जिला मिशन समन्वयक शिवेश शुक्ला ने त्वरित जांच के निर्देश दिए। जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित चारों संकुल समन्वयकों सहित ग्रुप एडमिन को भी जिम्मेदार ठहराते हुए पद से मुक्त कर दिया गया।

जिसमें ,,संकुल केंद्र छुरा शंकर लाल यदु ,संकुल केंद्र कोसमी पंकज कुमार साहू , संकुल केंद्र दादर गांव मनहरान यादव , संकुल केंद्र सेमहरा यशवंत सिन्हा शामिल है,,।इस ,घटना की रिपोर्ट कलेक्टर बीएस उइके, जिला गरियाबंद के संज्ञान में आने पर, उन्होंने सभी शासकीय कर्मचारियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि शासन एवं प्रशासन के विरुद्ध सोशल मीडिया पर की गई किसी भी प्रकार की अभद्र टिप्पणी पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर उइके ने यह भी निर्देशित किया कि सभी कर्मचारी समय-सीमा का पालन करते हुए अनुशासनपूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। इस चेतावनी ने जिले के शिक्षा तंत्र में स्पष्ट संदेश दिया है कि सोशल मीडिया पर अनुचित टिप्पणी सरकारी सेवा आचरण नियमों का गंभीर उल्लंघन है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। कार्यमुक्त किए गए संकुल समन्वयकों के स्थान पर अब नए, सक्रिय और जिम्मेदार शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला मिशन समन्वयक शुक्ला ने सभी संकुल प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि वे दो दिनों के भीतर योग्य एवं ऊर्जावान शिक्षक/शिक्षिकाओं के प्रस्ताव समन्वयक पद हेतु प्रस्तुत करें। जानकारों की माने तो छुरा विकासखंड में शिक्षा का स्तर पहले से ही गिरा हुआ है। यहां कई शिक्षक शिक्षकीय कार्य छोड़ अन्य कार्यों में जायदा दिलचस्पी रखते हैं।तो वही विभाग के कुछ अधिकारियों की विशेष मेहरबानियां का नतीजा है कि इस ब्लॉक में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है।और शायद जिला प्रशासन की ऐसी कड़ी कार्यवाही से शिक्षा का स्तर सुधरेगा।



Source link

Share This Article
Leave a Comment