गृहमंत्री का बयान आपत्तिजनक चुनाव आयोग संज्ञान लें- बैज
29-Nov-2025 8:51 PM
एसआईआर के लिए अनुचित दबाव बनाने के बजाय समय बढ़ायें सरकार
रायपुर, 29 नवंबर। एसआईआर की प्रक्रिया के दौरान ही गृहमंत्री विजय शर्मा के द्वारा जारी किया गया बयान बेहद ही आपत्तिजनक है ।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि चुनाव आयोग इस संबध में गृहमंत्री विजय शर्मा से स्पष्टीकरण मांगे कि उन्होंने किस हैसियत से यह बयान दिया है। एसआईआर आयोग का काम है या राज्य सरकार का, राज्य के मंत्री कैसे बिना एसआईआर पूरा हुये किसी नागरिक की नागरिकता पर सवाल खड़ा कर रहे है दो साल से गृहमंत्री है देश में मोदी की 14 साल से सरकार है उसके बाद घुसपैठिये का हव्वा क्यो बनाया जा रहा है। गृहमंत्री प्रदेश के एसी, एसटी नागरिकों को अप्रत्यक्ष धमका रहे है उनकी नागरिकता पर सवाल खड़ा कर रहे, आयोग कहता है एसआईआर नागरिकता की जांच नही है, गृहमंत्री उसी आधार पर लोगों को धमका रहे है।
बैज ने कहा है कि हड़बड़ी में बीएलओ पर अनुचित दबाव बना कर त्रुटिपूर्ण एंट्री करवाने के बजाय उन्हें विस्तृत पुनरीक्षण कार्य के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए, गणना पत्रक फॉर्म भरने के लिए कम से कम एक माह का समय बढ़ाया जाय। टेबल टॉप मिलान से लेकर गणना पत्रक फॉर्म बांटने और डिजिटल एंट्री को लेकर निर्वाचन आयोग के दावे विश्वसनीय नहीं है। सत्ता के दबाव में त्रुटिपूर्ण प्रक्रिया को लेकर लगातार शिकायतें आ रही है, जो मतदाता घरों में नहीं मिले या जिनका निवास स्थल परिवर्तित हो गया है उनको विलोपन सूची में डालना सर्वथा अनुचित है, ऐसे मतदाताओं की तस्दीक करके उनको भी पर्याप्त अवसर मिलना चाहिए।
बैज ने कहा है कि निर्वाचन आयोग की जटिल प्रक्रिया से मतदाता, बीएलओ और डाटा एंट्री सहायक सही परेशान हैं, कई जगह विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है, महिला कर्मचारी जो बी एल ओ की भूमिका में हैं उनकी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, रोज नए नए तुगलकी फरमान जारी करके बीएलओ पर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है, वर्तमान पद की जिम्मेदारी निर्वहन से साथ बी एल ओ की अतिरिक्त जिम्मेदारी के लिए 18-18 घंटे काम लिया जा रहा है, जिसके चलते तनाव और डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो गई है, भाजपा के राजनैतिक लाभ के लिए हर वर्ग को परेशानी में डाला जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि छत्तीसगढ़ किसानों का प्रदेश है, धान कटाई, मिंजाई और समर्थन मूल्य में बेचने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है, किसानों के पास एक मिनट का भी वक्त नहीं है, ऐसे समय में एस आई आर के लिए गणना पत्रक फॉर्म 4 दिसंबर तक भरने का फरमान पूरी तरह से अनुचित है। प्रशासन के दबाव में फजीर्वाड़े को बढ़ावा मिलेगा, बिना वेरिफिकेशन के बोगस एंट्री की आशंका है अतः एसआईआर गणना पत्रक फॉर्म भरने के लिए कम से कम एक महीने का समय बढ़ाया जाए।

