एमपी के बालाघाट में केबी डिवीजन के कान्हा-भोरमदेव दलम का सरेंडर
07-Dec-2025 12:19 PM
दर्जनभर नक्सलियों का समर्पण, एक एसजेडसी समेत सभी पर करोड़ों का ईनाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 दिसंबर। मध्यप्रदेश के बालाघाट में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के सीमा पर सक्रिय केबी डिवीजन के कान्हा-भोरमदेव दलम के नक्सलियों ने बीती रात को आत्मसमर्पण कर दिया है। इसी के साथ ही कवर्धा-बालाघाट डिवीजन में अब खटियामोचा दलम रह गया है। बालाघाट में एक एसजेडसी मेम्बर समेत एक डीवीसीएम और एसीएम स्तर के नक्सलियों ने हथियार डाला है।
बताया जा रहा है कि सरेंडर नक्सलियों की मुख्यधारा में वापसी की औपचारिक घोषणा मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में होगी। बालाघाट में आज दोपहर बाद सभी 10 नक्सलियों के सरेंडर को लेकर एक कार्यक्रम भी है। आईजी संजय कुमार के मुताबिक शेष नक्सलियों की घर वापसी का प्रयास अब भी जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक केबी डिवीजन के कुल 10 नक्सलियों ने मुख्यधारा में वापसी की है। जिसमें प्रमुख रूप से सुरेन्दर उर्फ कबीर (केबी डिवीजन प्रभारी) स्पेशल जोनल कमेटी मेम्बर, राकेश ओडी डीवीसीएम के अलावा समर, लालसू, नवीन, विक्रम, सलिता, शिल्पा, जरीना व जयशीला (सभी एसीएम) शामिल है।
केबी डिवीजन में सुरेन्दर उर्फ कबीर और राकेश ओडी कुख्यात नक्सलियों में गिने जाते थे। सुरेन्दर मूलत: दंतेवाड़ा जिले का है। जबकि राकेश ओडी गढ़चिरौली का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि हथियार के साथ सभी ने वापसी की है। हालांकि मलाजखंड दलम, खटियामोचा और अन्य नक्सली अब भी बालाघाट और राजनांदगांव रेंज के खैरागढ़-कवर्धा में सक्रिय हैं। बालाघाट पुलिस के लिए यह सफलता काफी महत्वपूर्ण है। गत् महीने एक मुठभेड़ में बालाघाट पुलिस का एक इंस्पेक्टर शहीद हो गया था। उस घटना से उबरने के लिए सरेंडर को लेकर मिली सफलता पुलिस के लिए मरहम का काम करेगी।

