पाटन।नगर पंचायत पाटन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का आज भव्य समापन हुआ। कथा के अंतिम दिन आचार्य पं. युवराज पांडेय ने अपने अमृतमय वचनों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
उन्होंने कहा — “भगवान वही हैं जो असंभव को संभव कर दें, पत्थर को पानी में तैरा दें और मरे हुए को जीवित कर दें। भक्त में सच्चा भाव और सरलता होनी चाहिए, जितना विनम्र रहेंगे उतना ही भगवान आपको याद करेंगे। धर्म के मार्ग पर चलने से ही सच्ची प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।”

लगातार सात दिनों तक चली यह कथा नगर पंचायत पाटन के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र कश्यप द्वारा अपनी प्रथम पत्नी स्व. मीना कश्यप की स्मृति में आयोजित की गई थी। कथा पंडाल भक्तिरस और आस्था से सराबोर रहा, वहीं समापन पर श्रद्धालुओं ने धर्म, प्रेम और सेवा के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
अंतिम दिवस की कथा श्रवण में प्रमुख रूप से पूर्व मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी आशीष वर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण अध्यक्ष राकेश ठाकुर, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष जवाहर वर्मा, पुरषोत्तम कश्यप, सोहन, रूपेंद्र शुक्ला, कमल किशोर, आभाष दुबे, दीना ठाकुर, तरुण बिजौर, केदार कश्यप सहित हजारों भक्त जन उपस्थित रहे।

