माओवादियों ने प्रेस नोट में 11 महीनों में 320 मौतें मानी, आईजी ने की अपील

NFA@0298
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माओवादियों ने प्रेस नोट में 11 महीनों में 320 मौतें मानी, आईजी ने की अपील


23-Nov-2025 8:59 PM

जगदलपुर, 23 नवंबर। प्रतिबंधित CPI (माओवादी) द्वारा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) की 25वीं वर्षगांठ पर जारी ताज़ा बयान ने स्वयं उनके अंदर की टूट-फूट को उजागर कर दिया है। अपने ही प्रेस नोट में पिछले 11 महीनों में 320 कैडरों की मौत स्वीकार करते हुए माओवादियों ने यह साफ़ कर दिया है कि संगठन अब गहरे अस्तित्व-संकट में है। मरने वालों में केंद्रीय समिति सदस्य, राज्य समिति के नेता, डिवीज़नल कमांडर और PLGA के वरिष्ठ ज़िम्मेदार तक शामिल हैं। दंडकारण्य स्पेशल ज़ोन में अकेले 243 कैडरों की मौत की बात उनके ही बयान ने सामने रख दी है, जो लगातार घटती क्षमता, टूटते नेटवर्क और कमज़ोर होती पकड़ का साफ़ सबूत है।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पट्टलिंगम के मुताबिक़, आज लोग हिंसा नहीं, शांति और तरक़्क़ी चाहते हैं। आईजी ने सभी सक्रिय माओवादी कैडरों से अपील की है कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आएँ, जहाँ सुरक्षा, सम्मान और पुनर्वास के अवसर खुले हुए हैं। सरकार ने साफ़ किया है कि आत्मसमर्पण करने वालों के लिए दरवाज़ा हमेशा खुला है। बस्तर की जनता अब भय नहीं, भविष्य चाहती है, और यह संदेश माओवादी नेतृत्व को भी समझना होगा।

उन्होंने कहा-बस्तर में ग्रामीणों, आदिवासियों और आम लोगों ने दशकों तक इस हिंसा की सबसे बड़ी कीमत चुकाई है। गांवों को विकास से दूर रखने, सड़क, स्कूल और अस्पताल पर रोक लगाने और युवाओं को हथियारबंद करने का चक्र अब भी जारी है, जबकि ज़मीन पर हालात बदल चुके हैं। प्रशासन की ओर से सड़क, कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका कार्यक्रमों में तेज़ सुधार ने दूर-दराज़ इलाकों में नया भरोसा पैदा किया है। 



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