बाबा गुरु घासीदास का संदेश आज भी प्रासंगिक, समानता हमारे संविधान की आत्मा- भूपेश बघेल

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पाटन। परम पूज्य संत शिरोमणी गुरु घासीदास बाबा की 269 वीं जयंती समारोह प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। पाटन विधानसभा क्षेत्र के अनेक ग्रामो में पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक पाटन भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्राम पतोरा, छाटा, बोदल, बोरवाय सहित दर्जन भर गांवों में शामिल होंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के महान संत बाबा गुरु घासीदास का संदेश आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास का महान विचार मनखे-मनखे एक समान समाज में समानता और समरसता की नींव रखता है। यह समानता का सिद्धांत हमारे संविधान का भी एक अहम हिस्सा है।

भूपेश बघेल ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने आज से लगभग 269 वर्ष पहले सत्य और अहिंसा का जो संदेश दिया, वही उद्देश्यपूर्ण और आदर्श जीवन का मूल स्रोत है। महात्मा गांधी ने भी सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आज़ादी दिलाई, वहीं बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान निर्माण के दौरान समानता की मूल भावना को संविधान में स्थान दिया।

उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरु घासीदास जी द्वारा दिखाए गए आदर्शों पर चल रहा है। यहां का समाज समतामूलक है, जहां सभी लोग प्रेम, भाईचारे और सद्भाव के साथ रहते हैं। बाबा गुरु घासीदास ने हमें प्रेम, अहिंसा, सत्य और करुणा का अमूल्य संदेश दिया है, जिसे आत्मसात कर समाज को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से राकेश ठाकुर जिलाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण,जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र चंद्रवंशी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयश्री वर्मा, पतोरा सरपंच भुनेश्वर साहू, भूषण कौशल, देवचरण कौशल, गौरौ कौशल, राहुल कौशल, खिलेश बबलू मार्कंडेय सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।



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