रायपुर। केरल के पल्लकड़ जिले में छत्तीसगढ़ के एक मजदूर की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की दर्दनाक खबर है। खबरों के मुताबिक गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के इस मजदूर को चोरी के शक में भीड़ ने पीट–पीट कर मार डाला। केरल के मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ का यह 31 वर्षीय मजदूर रामनारायण
रायपुर। केरल के पल्लकड़ जिले में छत्तीसगढ़ के एक मजदूर की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की दर्दनाक खबर है। खबरों के मुताबिक गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के इस मजदूर को चोरी के शक में भीड़ ने पीट–पीट कर मार डाला।

केरल के मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ का यह 31 वर्षीय मजदूर रामनारायण भयार पिछले एक महीने से पल्लकड़ जिले के कांजीकोड औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहा था।
बताया गया कि इस इलाके के एक गांव अट्टापलम की यह घटना है। पुलिस के मुताबिक मजदूर रामनारायण भयार इस इलाके में भटक रहा था तभी कुछ लोगों ने उसे चोर समझा और बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी।
पुलिस के मुताबिक ऐसा तब हुआ जब उसने वहीं मनरेगा के तहत काम कर रही महिलाओं के एक समूह में से एक महिला के खाने के बैग में हाथ डाल दिया था। तब महिलाओं के शोर मचाने पर कुछ युवकों ने रामनारायण की पिटाई कर दी। ये लोग उसे घायलावस्था में ही छोड़ कर भाग गए थे।
बाद में जब पुलिस को घटना की जानकारी हुई तो तुरंत ही मौके पर पहुंच कर पुलिस ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस को रामनारायण के पास से चोरी का कोई सामान नहीं मिला। पुलिस को आशंका है कि रामनारायण की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसी इलाके के एक पंचायत सदस्य ने कहा कि वह घरों में पानी मांगता भटक रहा था और उसी दौरान यह दर्दनाक घटना घटी।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) के तहत सामूहिक हिंसा से हुई हत्या का मामला दर्ज किया है। इस मामले में पांच आरोपियों क्रमशः मुरली, प्रसाद, अनु, बिपिन और आनंदन को गिरफ्तार किया है। ये पांचों अट्टापलम गांव के ही निवासी हैं।

