रायगढ़। CG NEWS : कोतरा रोड थाना क्षेत्र में शनिवार को भारी हंगामा देखने को मिला, जब कलमी गांव के सैकड़ो महिलाओं और पुरुषों ने थाना पहुंचकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस जिंदल प्लांट प्रबंधन के दबाव में काम कर रही है और बिना उचित वजह एफआईआर दर्ज कर गांव के लोगों को परेशान किया जा रहा है। इसी क्रम में गांव के पंच रमेश यादव को बिना किसी पूर्व सूचना के जबरन घर से उठाकर थाना लाया गया।
ग्रामीण रमेश यादव को छोड़ने की मांग करते हुए घंटों तक थाना परिसर में नारेबाजी करते रहे। हंगामे की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया, जिसके बाद डीएसपी सुशांतो बनर्जी मौके पर पहुंचे। यहां भी गुस्साए ग्रामीणों ने डीएसपी से तीखी बहस की और पुलिस पर मनमानी, पक्षपात और भ्रष्टाचार के आरोप दोहराए। ग्रामीणों ने दावा किया कि थाना प्रभारी और कुछ कर्मचारी उनसे डेढ़ लाख रुपये की मांग कर रहे थे, जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उनके पास मौजूद है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस जनता की सेवा के बजाय पैसों की वसूली में लगी है और प्लांट से लाभ लेकर आम लोगों को परेशान करती है। उन्होंने कहा कि पहले दर्ज मामले में भी नाम बदलकर कार्रवाई की गई थी। पहले रमेश सिदार को प्रकाश उर्फ रमेश बनाकर जेल भेजा गया और अब पुलिस यह कह रही है कि वास्तविक आरोपी रमेश यादव है। इससे ग्रामीणों ने पुलिस पर बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया। काफी मशक्कत के बाद डीएसपी बनर्जी ने रमेश यादव के परिजनों को भीतर बुलाकर चर्चा की और बताया कि दर्ज अपराध आगे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा, इसलिए वहीं उचित विधिक कार्रवाई संभव है। उन्होंने ग्रामीणों को सलाह दी कि यदि पैसों की मांग वाली रिकॉर्डिंग वाकई मौजूद है, तो उसे एसपी कार्यालय में लिखित शिकायत के साथ प्रस्तुत करें। डीएसपी ने भरोसा दिलाया कि आरोप सही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और पुलिस व प्लांट प्रबंधन की मिलीभगत की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।




