
मुंबई। बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच हुए गठबंधन को बीजेपी ने स्वार्थ का गठबंधन बताया है। भाजपा नेता और पूर्व सांसद नवनीत राणा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जिस तरह से उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक हो रहे हैं, यह एक परिवार के तौर पर अच्छा है, लेकिन असलियत यह है कि दोनों भाई अपने-अपने स्वार्थ के लिए एकजुट हो रहे हैं।
उद्धव ठाकरे पर नवनीत राणा ने कहा कि उनकी पार्टी, जिसके पास कभी मुख्यमंत्री बनाने की ताकत थी, अब नगर निगम और नगर पंचायत के चुनावों में सबसे आखिर में है। नगर निगम और नगर पंचायत में उनके बहुत कम सदस्य चुनकर आए हैं। आज के समय उद्धव ठाकरे किसी को भी साथ में रख लें, लेकिन बीएमसी चुनावों में भी उनका कोई गणित काम नहीं आएगा। नवनीत राणा ने राज ठाकरे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, पहले राज ठाकरे का भाषण ‘मेरे हिंदू भाई-बहन’ शब्दों के साथ शुरू होता था, लेकिन अब उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करने पर राज ठाकरे की भाषा बदल चुकी है।

